Lyrics
चाँद जाने कहा खो गया
चाँद जाने कहा खो गया
तुमको चेहरे से पर्दा हटना न था
चांदनी को यह क्या हो गया
चांदनी को यह क्या हो गया
तुमको भी इस तरफ मुस्कुराना न था
चाँद जाने कहा खो गया
प्यार कितना जवान
रात कितनी हसी
आज चलाते हुए थम गयी हैं जमीं
थम गयी हैं जमीं
आँख टारे जपकाने लगे
आँख टारे जपकाने लगे
ऐसी उलफत का जादू जगाना न था
चाँद जाने कहा खो गया
प्यार में बेख़बर
हम कहा आ गए
मेरी आँखों में सपने से क्यों छा गए
प्यार में बेख़बर
हम कहा आ गए
मेरी आँखों में सपने से क्यों छा गए
क्यों छा गए
दो दिलों की हैं मंज़िल यहाँ
दो दिलों की हैं मंज़िल यहाँ
तुम न आते तोह हम को भी आना न था
तुमको भी इस तरफ मुस्कुराना न था
चाँद जाने कहा खो गया
चाँद जाने कहा खो गया
Source: LyricFind
Songwriters: Chitragupta / Rajinder Krishnan
Chand Jane Kahan Kho Gaya lyrics © Royalty Network, The Royalty Network Inc.
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